ट्रंप ने भारत की कंपनी पर लगाया बैन! चीन की मदद करने के लिए अमेरिका ने लिया एक्शन

नई दिल्ली। अमेरिका की ट्रेजरी विभाग ने कहा है कि तेल ईरान के सशस्त्र बल, जनरल स्टाफ और अग्रणी कंपनी की ओर से भेजा गया था। जिसे अमेरिका ने 2023 के अंत में प्रतिबंधित कर दिया था । ये प्रतिबंध भारत, चीन, संयुक्त अरब अमीरात के साथ साथ कई जहाजों सहित अधिकार क्षेत्र क लक्षित करता है। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि उसने पनामा ध्वज वाले सीएच बिलियन टैंकर और हांगकांग ध्वज स्टार फारेस्टि टैंकर पर ईरानी तेल को चीन भेजने में उनकी भूमिका के लिए प्रतिबंध लगाया है। अमेरिका का ट्रंप प्रशासन लगातार कई देशों को टारगेट कर रहा है। अब उसने ईरानी कच्चे तेल को लेकर एक ऐसा एक्शन लिया है, जिसमें उसने भारत को निशाना बनाया है और ये जानकारी अमेरिका के ट्रेजर विभागसे सामने आई है और जानकारी दी गई है कि प्रति वर्ष लाखों बैरल कच्चा तेल चीन भेजने में मदद करने वाले व्यक्तियों और टैंकरों पर नए प्रतिबंध लगाए गए हैं। ये कदम ऐसे वक्त में उठाए गए हैं जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के तेल निर्यात को शून्य करने की कसम खाई थी। देश को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोकने के लिए ये प्रयास किया जा रहा है। मानना ये है कि ईरान लगातार इन पैसों के जरिए अपने मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है। अमेरिका की ट्रेजरी विभाग ने कहा है कि तेल ईरान के सशस्त्र बल, जनरल स्टाफ और अग्रणी कंपनी की ओर से भेजा गया था। जिसे अमेरिका ने 2023 के अंत में प्रतिबंधित कर दिया था । ये प्रतिबंध भारत, चीन, संयुक्त अरब अमीरात के साथ साथ कई जहाजों सहित अधिकार क्षेत्र क लक्षित करता है। वित्त मंत्रालय ने कहा है कि उसने पनामा ध्वज वाले सीएच बिलियन टैंकर और हांगकांग ध्वज स्टार फारेस्टि टैंकर पर ईरानी तेल को चीन भेजने में उनकी भूमिका के लिए प्रतिबंध लगाया है।