महापौर ने नंदग्राम स्थित निगम की भूमि का निरीक्षण किया

वेलकम इंडिया
गाजियाबाद। महापौर सुनीता दयाल द्वारा नगर निगम की भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराने की कार्रवाई तेजी से चल रही है। हाल ही में, वार्ड 6 की पार्षद छाया त्यागी के आग्रह पर महापौर और नगर निगम के अधिकारी नंदग्राम पहुंचे, जहाँ कई खसरों पर कब्जे की स्थिति का जायजा लिया गया। जिसमे खसरा नंबर 207, 208, 172, 142, 167, 98, 95, 1082, 87, 88, 113, 117, 60 व 74 स्थानों पर भूमाफियाओं द्वारा भूमि बेच दी गई और वहां मकान बन गए हैं। कुछ भूमि पर सब्जी की खेती, किराये पर उपयोग, पार्किंग, झुग्गियां और प्लॉटिंग के बोर्ड लगे हुए हैं। कब्जाई गई भूमि 100 बीघा से अधिक है, जिसकी कीमत 500 करोड़ रुपये आंकी गई है। जिन लोगों पर अवैध रूप से नगर निगम की भूमि बेचने का आरोप लगा है, उनमें प्रमुख नाम मुकेश त्यागी, अवधेश त्यागी, नंदू त्यागी, विनोद त्यागी, आर. डी. त्यागी, शिव कुमार त्यागी, धर्मपाल प्रजापति आदि है। महापौर ने मौके पर मौजूद लोगों को बताया कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है, क्योंकि रजिस्ट्री किसी और खसरे की हुई और कब्जा नगर निगम की भूमि पर दिया गया। नंदग्राम थानाध्यक्ष को बुलाकर भूमाफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। नगर निगम भी कानूनी कार्यवाही करेगा और भूमि को कब्जामुक्त कराने की योजना बनाई जाएगी। 500 गज की नगर निगम भूमि पर अवैध रूप से बने मकान सील किए गए थे, लेकिन मौके पर होस्टल चलता मिला। होस्टल के मालिक ईश्वर त्यागी और आयूब बताए गए, जिन पर कार्रवाई के आदेश दिए गए। मौके पर सील हटाने की कोशिश की गई थी, जिसे फिर से दुरुस्त कर वीडियोग्राफी कराई गई। नगर निगम अवैध कब्जों को हटाने के लिए सख्त कार्रवाई कर रहा है। आने वाले समय में इन 500 करोड़ की जमीनों को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू होगी और दोषियों पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा। महापौर सुनीता दयाल ने कहा नगर निगम की जमीनों पर अवैध कब्जा किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिन लोगों ने धोखाधड़ी कर गरीबों को प्लॉट बेचे हैं, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। हमने मौके पर पहुंचकर जांच की और पाया कि नगर निगम की करोड़ों की भूमि पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया है। इसमें कई लोगों को गुमराह कर अवैध प्लॉटिंग कर बेचा गया है। तत्काल नंदग्राम थानाध्यक्ष को बुलाकर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं।