श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनकर हर्षित हुए दर्शक

वेलकम इण्डिया
बिस्कोहर/सिद्धार्थनगर। कस्बे के पंडित दीनदयाल नगर उत्तर यादव डीह में आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा एवं ज्ञान यज्ञ के छठवें दिन शनिवार की रात कथा में भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं के वर्णन ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कथा मर्मज्ञ ने संगीतमयी वाणी से भगवान कृष्ण के बाल रूप का वर्णन किया जिसे सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। भक्ति भाव से ओत प्रोत श्रोता भजन व कीर्तन पर झूमते भी दिखे। कथावाचक पंडित सुरेश मणि त्रिपाठी ने भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन बड़े ही सुंदर ढंग से किया। जिसे सुनकर उपस्थित श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए। कथा वाचक ने कहा कि गोकुल कोई स्थान विशेष का नाम नहीं है। गोकुल तो जीव मात्र का शरीर ही है। जब इस गोकुल रूपी शरीर में भगवान का आगमन हो जाता है तो जीव के जीवन में आनंद ही आनंद भर जाता है। कथावाचक ने पूतना उद्धार की कथा सुनाते हुए बताया कि पूतना तो पाप का ही रूप है, लेकिन सुंदर ग्वालिन बनकर आती है। इस दौरान आयोजक रामदेव यादव, सूरशती देवी, सांसद प्रतिनिधि सुधीर त्रिपाठी, कलिया बाबा, संजय सिंह, मोना पांडेय, पंडित मुनीन्द्र मणि शास्त्री, बृजेश गुप्ता, घनश्याम यादव, राधेश्याम यादव, किशन रावत, लवकुश कश्यप, बुद्धि कौशल आदि श्रद्धालु मौजूद रहे।