
नई दिल्ली। मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर से नफरत करती थीइसकी पुष्टि के लिए कई दस्तावेज हैं। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि डॉ. अम्बेडकर को दो बार चुनावों में हार मिले। राज्यसभा में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज समाज में जाति का जहर फैलाने की कोशिश की जा रही है। कई सालों से सभी पार्टियों के ओबीसी सांसद ओबीसी पैनल को संवैधानिक दर्जा देने की मांग कर रहे थे। लेकिन उनकी मांग खारिज कर दी गई, क्योंकि यह कांग्रेस की राजनीति के अनुकूल नहीं हो सकता था। लेकिन हमने इस पैनल को संवैधानिक दर्जा दिया। मोदी ने कहा कि भारत के पास जो समय है, उसके पल-पल का उपयोग देश की प्रगति के लिए, जन-सामान्य के लिए हो। इसके लिए हमने परिपूर्णता का अप्रोच अपनाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो योजना बनें, जिनके लिए बनें, उनको उसका शत-प्रतिशत लाभ मिलना चाहिए। किसी को दिया, किसी को नहीं दिया, उस स्थिति से बाहर आकर परिपूर्णता के अप्रोच की ओर हमारे काम को हमने आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि हमने दिव्यांगों के लिए आरक्षण का विस्तार किया। हमने दिव्यांगों के लिए मिशन मोड में काम किया। हमने दिव्यांगों के लिए न सिर्फ कई योजनाएं बनाईं, बल्कि उनका क्रियान्वयन भी सुनिश्चित किया। हमने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए कानूनी अधिकार भी सुनिश्चित किए। इससे यही पता चलता है कि हम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के आदर्श पर जीते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र से प्रेरित होकर सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण दिया। मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर से नफरत करती थी- इसकी पुष्टि के लिए कई दस्तावेज हैं। कांग्रेस ने यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी कि डॉ. अम्बेडकर को दो बार चुनावों में हार मिले। उन्होंने कभी भी उन्हें भारत रत्न के लिए नहीं माना।