निगम का 3722 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक बजट पारित, विकास कार्यों को मिलेगी नई रफ़्तार

वेलकम इंडिया
गाजियाबाद। नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक में वित्तीय वर्ष 2025- 26 के लिए 3722 करोड़ रुपये का ऐतिहासिक बजट शुक्रवार को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। महापौर सुनीता दयाल और नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की उपस्थिति में आयोजित इस बैठक में पार्षदों और अधिकारियों ने बजट का स्वागत किया और इसे शहर के चहुंमुखी विकास के लिए मील का पत्थर बताया। महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि यह बजट शहरवासियों के लिए विकास की नई सौगात लेकर आएगा। उन्होंने बताया कि इससे सभी वार्डों में आवश्यक निर्माण कार्यों में तेजी आएगी और शहर के आंतरिक व बाहरी क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित किया जाएगा। नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद नगर निगम का बजट लगातार बढ़ रहा है, जिससे शहर को आधुनिक और स्वच्छ बनाने की दिशा में मजबूती से कार्य किया जाएगा। वर्ष 2022-23 में बजट 1417 करोड़, 2023-24 में 1684 करोड़ और 2024-25 में 2465 करोड़ था, जिसे बढ़ाकर 2025-26 में 3722 करोड़ किया गया है। बैठक में बजट के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रस्तावित बजट में 2754 करोड़ रुपये की आय का अनुमान लगाया गया है, जिसमें संपत्ति कर, लाइसेंस शुल्क, किराया, विज्ञापन से होने वाली आय, शासकीय अनुदान और अन्य स्रोतों को शामिल किया गया है। वहीं, 3033 करोड़ रुपये के व्यय का प्रावधान रखा गया है, जिसमें सार्वजनिक निर्माण कार्य, जल संरक्षण, सफाई व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाएं, उद्यान और खेलकूद विकास, गौशाला व पशुपालन समेत विभिन्न मद शामिल किए गए हैं। बैठक के दौरान पार्षदों ने नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए विज्ञापन से अधिक राजस्व प्राप्त करने का सुझाव दिया, जिस पर नगर आयुक्त ने सकारात्मक रुख अपनाते हुए इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया। महापौर और नगर आयुक्त ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि बजट में प्रस्तावित योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए और सभी विकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा किया जाए। बैठक में नगर निगम के अधिकारी, पार्षद और कार्यकारिणी सदस्य उपस्थित रहे।