सुपरपावर अमेरिका में भीषण आग

संयुक्त राज्य अमेरिका, जिसे दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति के रूप में जाना जाता है, इस समय भीषण आग की चपेट में है। लॉस एंजिल्स और उसके आस-पास के इलाकों में लगी इस विनाशकारी आग ने अब तक 5 लोगों की जान ले ली है, जबकि हजारों घर खाक हो चुके हैं। फायर ब्रिगेड लगातार इस आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है, लेकिन पानी की भारी कमी उनके प्रयासों को कमजोर कर रही है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस आग से अब तक करीब 52 से 57 बिलियन डॉलर का नुकसान हो चुका है, जो कई छोटे देशों की कुल GDP से भी अधिक है। खासकर, यह नुकसान मालदीव की GDP से आठ गुना से ज्यादा आंका गया है।
लाखों लोग हुए प्रभावित
लॉस एंजिल्स के प्रभावित इलाकों से अब तक एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बुधवार, 8 जनवरी को हॉलीवुड हिल्स क्षेत्र में आग का नया प्रकोप देखने को मिला, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। इस क्षेत्र से भी हजारों लोगों को निकाला गया है।
तबाही का क्षेत्रफल और असर
पश्चिमी हिस्से में फैल रही पैलिसेड्स आग ने 15,832 एकड़ से अधिक जमीन को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह आग इतिहास में अब तक की सबसे विनाशकारी घटनाओं में से एक है। इस घटना ने पर्यावरण को भी अपूरणीय क्षति पहुंचाई है।
राष्ट्रपति बाइडन के लिए बड़ा झटका
यह घटना अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए भी बड़ी चुनौती साबित हो रही है। खासतौर पर ऐसे समय में, जब हालिया चुनावों में उनकी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। इस आग से न केवल पर्यावरणीय और आर्थिक नुकसान हुआ है, बल्कि यह अमेरिकी प्रशासन की क्षमता पर भी सवाल खड़ा कर रही है।
भविष्य की चिंताएं
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर जल्द ही इस आग पर काबू नहीं पाया गया, तो नुकसान और भी बढ़ सकता है। जलवायु परिवर्तन और अत्यधिक शुष्क परिस्थितियां इस तरह की घटनाओं को और भी खतरनाक बना रही हैं। सरकार और स्थानीय प्रशासन के सामने इस चुनौती से निपटने के लिए व्यापक कदम उठाने की जरूरत है।