यूनाइटेड हिंदू फ्रंट ने महान योद्धा और कुशल शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती श्रद्धा एवं हर्षोल्लाह से मनाइ

वेलकम इंडिया राजेंद्र सिंह
नई दिल्ली: यूनाइटेड हिंदू फ्रंट की ओर से आज छत्रपति शिवाजी महाराज का 395वां जयंती दिवस श्रद्धा एवं उल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर अनेक प्रबुद्ध हिंदू नेता एवं संगठन पदाधिकारी उपस्थित थे। मिंटो ब्रिज स्थित छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उन्हें भावपूर्ण श्रद्धा सुमन भेंट किए गए।यूनाईटेड हिन्दू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, राष्ट्रवादी शिवसेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता जय भगवान गोयल ने इस अवसर पर कहा कि समय आ गया है कि छत्रपति शिवाजी की इच्छाओं के अनुकूल भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए जी- जान से जुटना होगा। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी को उनके शौर्य, नेतृत्व क्षमता और प्रेरणादायक जीवन के लिए याद किया जाता है। वह भारतीय इतिहास के सबसे वीर और कुशल योद्धाओ में से एक थे। आज विश्व भर के हिंदुओं को शिवाजी के जीवन से प्रेरणा लेकर हिंदुत्व की अलख जागने के लिए आगे आना होगा।अपने संक्षिप्त भाषण में गोयल ने कहा कि 6 जून 1674 के ऐतिहासिक दिवस पर रायगढ़ किले में शिवाजी महाराज ने राष्ट्र को मुगलों के चंगुल से आजाद करवा कर हिंदू राष्ट्र की नींव रखी थी। इसीलिए जब कहीं छत्रपति शिवाजी का नाम आता है प्रत्येक भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। छत्रपति शिवाजी केवल मराठो के ही नहीं बल्कि देशभर के हिंदुओं के सच्चे मार्गदर्शक एवं प्रेरणा स्रोत हैं। गोयल ने कार्यकतार्ओं के समक्ष दोहराया कि शिवाजी की तरह उनके विचार भी बेहद ओजस्वी और जोश से भर देने वाले थे। उनके शौर्य का लोहा करने वाले उनके लाखों अनुयाई प्रत्येक वर्ष शिवाजी का राज्याभिषेक मनाने के लिए रायगढ़ किले में इकट्ठे होते हैं। देश के लिए स्वयं को पूरी तरह न्योछावर करने वाले शूरवीर शिवाजी ने अपना पूरा जीवन मुगलों से लड़ाई करने में व्यतीत किया। शिवाजी बेशक सर्व धर्म समभाव के समर्थन के लेकिन उनका स्पष्ट मानना था कि जो भी संप्रदाय विशेष हिंदुस्तान में रहेगा उसे हिंदुओं को बड़ा भाई मानना होगा।