एस.आर.एम.इंस्टीट्यूट में यू एच वी स्वयंसेवकों के सम्मेलन का शुभारम्भ

वेलकम इंडिया
मोदीनगर । एसआरएम इंस्टीट्यूट आॅफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, दिल्ली-एनसीआर कैंपस में 3-5 अप्रैल 2025 के दौरान यूएचवी स्वयंसेवकों के सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतिष्ठित आयोजन में शिक्षाविदों, शोधकतार्ओं और विषय-विशेषज्ञों ने सहभागिता की। सम्मेलन का उद्देश्य उच्चतर मानवीय मूल्यों (यूएचवी) और शिक्षा में उनकी प्रासंगिकता को रेखांकित करना था। कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ, जिसके उपरांत अतिथियों का औपचारिक स्वागत शॉल एवं गुलदस्ता भेंट कर किया गया। उद्घाटन सत्र की शुरूआत माननीय प्रो. धौम्या भट्ट (डीन, आईक्यूएसी) ने की, जिन्होंने अपने स्वागत भाषण में सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए प्रतिभागियों का अभिवादन किया। इसके पश्चात राजुल अस्थाना (पूर्व निदेशक, आईआरसी-यूएचवीई ) ने “हम आज कहां खड़े हैं और सम्मेलन का उद्देश्य” विषय पर अपना विचार साझा किया। सम्मेलन के दौरान डॉ. रजनीश अरोड़ा (अध्यक्ष, एनसीसीआईपी) ने “नवीन संभावनाओं और दृष्टिकोण” पर सारगर्भित चर्चा की। एसआरएम आईएसटी, दिल्ली-एनसीआर कैंपस के डीन, प्रो. आर. पी. महापात्रा ने संस्थान में हो रहे नवाचारों पर प्रकाश डाला। इसके उपरांत, मुख्य अतिथि प्रो. टी. जी. सीताराम (अध्यक्ष, एआईसीटीई) ने मुख्य भाषण प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने शिक्षा में मानवीय मूल्यों के एकीकरण की आवश्यकता एवं प्रभाव पर विचार व्यक्त किए। सम्मेलन के प्रमुख आकर्षणों में नवीन (यूएचवी) संसाधनों का अनावरण तथा (यूएचवी) फाउंडेशन द्वारा संभावित नोडल केंद्रों – एस.आर.एम आई एस टी , अजय कुमार गर्ग इंजीनियरिंग कॉलेज गाजियाबाद, एआईसीटीई नई दिल्ली , भूटान इंस्टीट्यूट आॅफ वेलबीग और राज्य आनंद संस्थान,मध्य प्रदेश का सम्मान शामिल रहा। एसआरएम आईएसटी का सम्मान पत्र एसआरएमआईएसटी के कुलपति की ओर से डॉ. संजय विश्वनाथन निदेशक, एसआरएम आईएसटी दिल्ली-एनसीआर गाजियाबाद द्वारा प्राप्त किया गयाह्ण इसके अतिरिक्त, संकाय सदस्यों – राज्य आनंद संस्थान से डॉ. सत्य प्रकाश आर्य, डॉ. कुमार संभव, यूएचवी रिसोर्स पर्सन, डॉ. गोपाल बाबू, एकेजीईटी, प्रोफेसर, गणेश बागरिया, यूएचवी गतिविधियों के प्रमुख मार्गदर्शक ने भी अपने अनुभव साझा किए, जिससे कार्यक्रम को और अधिक प्रासंगिकता प्राप्त हुई।