जिलाधिकारी ने पीएमजीएसवाई के तहत बनी सड़कों की प्रगति की समीक्षा

वेलकम इंडिया
बागेश्वर, गोविन्द मेहता,जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने शुक्रवार को जिला कार्यालय में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत चल रहे कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने पीएमजीएसवाई-कश् (चार)के मानकों के अंतर्गत सड़कों का डीपीआर शीघ्र तैयार कर भारत सरकार को भेजने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों का जियो टैगिंग आधारित सर्वेक्षण किया जाए, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण आबादी को सड़क मार्ग की सुविधा मिल सके। उन्होंने पीएमजीएसवाई-कक के तहत जारी कार्यों को भी समयबद्ध तरीके से पूरा करने के सख्त निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि निर्माण कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि कोई लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।साथ ही कार्यदायी संस्था को सड़क निर्माण के दौरान उचित डंपिंग जोन बनाने, काश्तकारों को सड़क निर्माण में खेतों में मलुवा नही डालने, साथ ही को समय से सड़क कटान सहित होने वाले नुकसान का मुआवजा देने के निर्देश दिए।बैठक के दौरान पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता अमरीष रावत ने बताया कि जनपद में पीएमजीएसवाई-कश् के तहत 2011 की जनगणना के अनुसार 250 से अधिक जनसंख्या वाले बसावटों एवं क्लस्टर के माध्यम से जिन मोटर मार्गों की जनसंख्या का योग 250 से अधिक है, उन 101 सड़कों का जियो टैगिंग सर्वे पूरा कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि कपकोट विकासखंड में 56, बागेश्वर में 33 और गरुड़ विकासखंड में 12 सड़कों का सर्वेक्षण कार्य हो चुका है और इन सड़कों का डीपीआर तैयार करने का कार्य प्रगति पर है। जनपद में पूर्व में पीएमजीएसवाई-क और कक योजनाओं के अंतर्गत 174 मोटर मार्गों और 65 पुलों का निर्माण किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, पीएमजीएसवाई-ककक के तहत 12 सड़कों का निर्माण कार्य वर्तमान में प्रगति पर है। बैठक में परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, ईई पीएमजीएसवाई अमरीष रावत आदि मौजूद रहे।