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दबंगो ने किया शमशान की भूमि पर कब्जा ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय पर किया हंगामा

वेलकम इंडिया

अयोध्या। शासन के सख्त निदेर्शों को दबंगो ने ठेंगा दिखाकर शमसान की बेस कीमती भूमि पर लगे पेड़ व दर्जनों कब्रों पर बुलडोजर चलाकर कब्जा करने का मामला सामने आया है। गांव की महिला पुरुषों में आक्रोश पनप गया। इसके बाद दर्जनों की संख्या में महिला और पुरुषों ने मंगलवार को रुदौली तहसील मुख्यालय पहुंचकर हंगामा किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने एसडीएम को प्रार्थना पत्र सौंपकर शमशान की जमीन को सुरक्षित कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई किए जाने की मांग की है। वहीं एसडीएम रुदौली ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है। मामला रुदौली तहसील के ग्राम पंचायत हलीमनगर का है। गांव की गीता देवी, सुषमा, सुमन, हरिश्चंद्र, सुभाष, माया देवी, राजभारती, राम प्रकाश, हिम्मतलाल, ननकू, सुषमा, मीना देवी, चंपा देवी, बृजलाल, शशि कुमार सुशीला, नीलम, रीता देवी, राम कैलाश, रंजीत, शिव विलास, रामकुमार, विशाल, हंसराज, मोतीलाल, हीरालाल व जियालाल सहित दर्जनों लोगों ने उपजिलाधिकारी को सौंपें गए प्रार्थना पत्र में बताया कि सरकारी अभिलेखों में दर्ज गाटा संख्या -19 रकबा 0?224 हेक्टेयर शमशान की भूमि है, उक्त शमशान की भूमि में उनके पूर्वज दμन है, इसके अलावा हलीमनगर गांव के अनुसूचित व पिछड़ी जाति के लोग मृत्यु होने पर उक्त श्मशान में अपने-अपने पूर्वजों के शवों को दफनाते व अंतिम संस्कार करते आ रहे हैं। भेलसर टिकैतनगर मार्ग पर स्थित उक्त शमशान की कीमती भूमि को हथियाने की नियत से सोमवार की रात को माफियाओं ने लेखपाल व राजस्व निरीक्षक की मिली भगत करके जेसीबी मशीन से उनके पूर्वजों की कब्रों के गड्ढ़ों का नामोनिशान मिटानें के लिए उसमें बालू भरकर भूमि को बराबर भी कर दिया। यही नहीं शमशान पर लगे पेड़ों को भी काट दिया। ग्रामीणों ने इस घटना को दिलों को झकझोर देने वाली घटना बताते हुए कहा कि गांव के लोग बहुत दुखी है, उन्हें गहरा सदमा भी पहुंचा है। अब अपने पूर्वजों के शवों को कहां दफनायेंगे। दो माह पूर्व बीते 24 दिसम्बर को राजस्व निरीक्षक व भेलसर के लेखपाल जगदम्बा यादव ने एक ईट भट्ठें के लिए जेसीबी मशीन से सड़क निकलवा दिया था, इतना ही नही सड़क के बीच में आ रहे नल को भी उखड़वाकर फेंकवा दिया था। तभी से ग्रामीण लगातार जनसुनवाई पोर्टल से लेकर उच्च अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दे रहे हैं।

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