रामचरित मानस हमें मर्यादित व आदर्श जीवन यापन करने के लिए प्रेरित करती है: सत्यानन्द

वेलकम इंडिया
मोदीनगर, (अनिल वशिष्ठ)। श्री धाम वृन्दावन से पधारे कथा वाचक सत्यानन्द जी महाराज ने कहा कि रामचरित मानस हमें सदैव मर्यादित व आर्दश जीवन यापन तथा कर्तव्य पालन की शिक्षा देती हैं। कथा वाचक सत्यानन्द जी महाराज ब्रहमपुरी मोदीनगर में आयोजित दिव्य श्री राम कथा के अवसर पर उपस्थित श्रोता समुदाय को समक्ष राम कथा का अमृतपान करा रहे थे। कथा व्यास ने कहा कि जिस घर में भगवान श्रीराम का गुणगान किया जाता हैं, उस घर में कभी दुख व अनिष्ट की छाया नहीं पड़ सकती अत: हमें सदैव राम का गुणगान अवश्य करना चाहिये। तुलसी दास रचित राम चरितमानस हमें सदैव मर्यादित व आर्दश जीवन यापन तथा कत्र्तव्य पालन की शिक्षा देती हैं। उन्होंन दशरथ नन्दन भगवान की राम के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि उन्होंने सदैव मर्यादित आचरण का पालन किया इसी लिये श्रीराम मयार्दा पुरूषोत्तम राम कहलाये। हमें सदैव भगवान श्रीराम के आदर्शमय मर्यादित आचरण का अनुकरण करना चाहिये। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी हरिकिशन बबीता शर्मा सुशीला काजल सुभाष चंद्र डॉक्टर अनिल करी धर्मेंद्र संतोष तिवारी संजय चौधरी मुकेश शर्मा राखी शर्मा रजनी शर्मा गुंजन शर्मा तनु बाजपेई वंश शर्मा अनूपप्रीत शर्मा धर्मेंद्र आदि ने कथा व्यास का मार्ल्यापण द्वारा स्वागत किया।