धर्म रक्षा संघ ने कुरुक्षेत्र गोलीकांड में संलिप्त हरिओम बाबा का पुतला दहन किया

वेलकम इंडिया
मथुरा।धर्म रक्षा संघ एवं श्रीमद् भागवत मंदिरम के तत्वावधान में आज साधु संतो, ब्राह्मणों एवं वेदपाठी कर्मकांडी छात्रों के द्वारा कुरुक्षेत्र में 1008 कुंडीय यज्ञ का आयोजन करने वाले हरिओम बाबा के खिलाफ एक विशाल प्रदर्शन किया गया। आचार्य बद्रीश महाराज के नेतृत्व में श्रीमद्भागवत मंदिरम, गोपाल खार, वृन्दावन में धर्म सभा का आयोजित किया। उसके बाद सभी ने जुलूस निकालकर परिक्रमा मार्ग, राजपुर तिराहे पर हरिओम बाबा के खिलाफ नारेबाजी की। राजपुर चौराहे पर कुरुक्षेत्र गोलीकांड के दोषी हरिओम बाबा के पुतले को जूते मारने के बाद पुतला दहन किया गया। आचार्य बद्रीश महाराज ने कहा कि हमारे विद्यालय के छात्रों में भारी आक्रोश है हमारे विद्यालय से अनेक छात्र कुरुक्षेत्र के उस तथाकथित यज्ञ में भाग लेने हेतु बुलाए गए थे उसी में से एक छात्र आशीष तिवारी गोली कांड का शिकार हुआ तथा अन्य छात्र अपनी जान बचाकर वहां से किसी तरह भागे हैं। धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा की हरिओम बाबा ने गोलीबारी जैसा जघन्य कांड करके जो अपराध किया है उस अपराध की क्षमा याचना मांगने के बजाय वह हमारे वृन्दावन के बृजवासियों एवं ब्राह्मणों पर यज्ञ में विघ्न डालने के लिए संयंत्र करने का झूठा आरोप लगा रहा है जो कि अत्यंत निंदनीय होने के साथ बर्दाश्त के बाहर है। हरिओम बाबा को तुरंत गिरμतार कर जेल में डाल देना चाहिए। धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय मार्गदर्शक महंत मोहिनी बिहारी शरण ने कहा कि हरिओम बाबा ने यज्ञ को धंधा बनाया हुआ है उसने सभी ब्राह्मणों के साथ खास करके वृन्दावन के ब्राह्मणों के साथ जो दुर्व्यवहार किया यह हमारे सनातन समाज के लिए एक कलंक के समान है संत समाज ऐसे निकिष्ट प्रकृति के बाबा का बहिष्कार करेगा। हरिओम बाबा को अपने किए अपराध का कठोर दंड मिलना चाहिए। प्रदर्शन में महामंडलेश्वर स्वामी कृष्णानंद महाराज, महंत दशरथ दास, महंत अतुल कृष्ण दास, महंत देवानंद परमहंस, पंडित विनय शुक्ला, जिलाध्यक्ष युवा राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ, पंडित प्रशांत तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष भगवान सेवा संगठन, प्रफुल्ल अवस्थी अखिल भारतीय गौ सेवा समिति, विनय शुक्ला, कृष्णा पाठक, धर्मेंद्र पांडे, शुभम पचौरी, आयुष नारायण शुक्ला, आचार्य बृजेंद्र मिश्रा, आचार्य कल्याण, महाकाल शर्मा, सौरभ भारद्वाज आदि अनेक लोग उपस्थित रहे।