नड्डा बोले- स्वास्थ्य एक प्राथमिकता वाला क्षेत्र

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि अमेरिका के विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से बाहर होने की घोषणा का भारत में इस वैश्विक एजेंसी के साथ चल रही परियोजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत पिछले 10 वर्षों में हुई प्रगति पर एक प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान नड्डा ने कहा कि हमारी परियोजनाएं और अभियान जारी रहेंगे। जहां तक स्वास्थ्य का सवाल है तो हम किसी पर निर्भर नहीं हैं। कई परियोजनाएं हैं जहां डब्ल्यूएचओ हमारे साथ साझेदारी करता है और इसमें कोई बाधा नहीं आएगी। भारत डब्ल्यूएचओ के प्रमुख योगदानकतार्ओं में से एक है। एनएचएम के तहत पिछले 10 वर्षों में हुई उपलब्धियों को गिनाते हुए नड्डा ने कहा कि कुछ नई पहलें जैसे राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया मिशन और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम (पीएमएनडीपी) 2014 के बाद जोड़ी गईं जबकि कई अन्य पहलों को फिर से शुरू किया गया है जैसे राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, मिशन इंद्रधनुष आदि। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एक प्राथमिकता वाला क्षेत्र है और इसमें कभी वित्तीय कमी आड़े नहीं आई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत केंद्रीय अनुदान में 2014 से 185 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।