डी-342 गैंग के सरगना को मुठभेड़ में किया घायल

गाजियाबाद। अपराधियों की कमर तोडऩे के लिए नगर क्षेत्र में डीसीपी सिटी राजेश राजेश कुमार के नेतृत्व में चलाए जा रहे अभियान से बदमाशों में पुलिस का खौफ फिर से दिखाई देने लगा है। नगर क्षेत्र में बदमाशों की कमर तोडऩे के लिए यहां ऑपरेशन लंगड़ा जारी है। ऑपरेशन लगड़ा के तहत कई बदमाशों को पुलिस उन्हें उनकी सही जगह पहुंचा रही है। साथ ही उन्हें उनकी सही जगह पहुंचाने से पहले उनकी अच्छी तरह से खातिरदारी भी की जा रही है। राजेश कुमार के सिटी जोन का चार्ज संभालने के बाद से ही अपराधियों के खिलाफ ताबड़तोड़ अभियान जारी है। कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उन्होंने फरार चल रहे ईनामी बदमाशों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। साथ ही बदमाशों को उन्हीं की भाषा में जवाब भी दिया जा रहा है। डीसीपी सिटी के मुताबिक मुठभेड़ में घायल अपराधियों की संख्या कहीं ज्यादा होना इस ओर इशारा करती है कि उन्हें जान से मारना पुलिस का मकसद नहीं होता। पुलिस का पहला उद्देश्य अपराधी को गिरफ्तार करना होता है, न की उसे मारना है। लेकिन जब बदमाश ही पुलिस पर जान से मारने के उद्देश्य से फायर कर दें तो उन्हें अपने आत्मरक्षा में फायरिंग करने का अधिकार है। जिसके लिए डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने खुद अपने पुलिसधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है कि अपराध पर नियत्रंण के लिए अभियान चलाकर लगातार कार्रवाई करें। अगर किसी के कार्यों में लापरवाही सामने आई तो संबंधित अधिकारी भी कार्रवाई के लिए तैयार रहें। डीसीपी सिटी की टीम ने एक बार फिर से पुलिस मुठभेड़ में डी-342 गैंग के मुखिया को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया बदमाश लूट, छिनैती व चोरी की वारदातों में फरार चल रहा था। जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो माल बरामदगी के लिए आरोपी द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंची तो आरोपी ने मौका देखकर हथियार से पुलिस टीम पर ही फायर कर दिया। जिसमें एक पुलिसकर्मी के कान के बराबर से गोली निकलते हुए सरकारी गाड़ी के शीशे को तोड़ते हुए सीट में जा घुसी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से आरोपी घायल हो गया।
एसीपी कवि नगर स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया बुधवार को गैंगस्टर और शातिर लुटेरे दीपक निवासी करनपुर अनूपशहर बुलंदशहर हाल मोरटा को अपने साथ लेकर लूट व चोरी का माल बरामद करने के लिये उसके ठिकाने पर जा रही थी। दीपक द्वारा बताये गये स्थान पर जब पुलिस पहुंची तो उसने वहां पर माल की जगह तमंचा छिपाया हुआ था। आरोपी ने तमंचा निकालकर एसओ की गाडी पर फायर झोंक दिया। गैंगस्टर द्वारा चलाई गई गोली माइक चालक विनोद कुमार शर्मा के कान को छूकर गाड़ी के शीशे को तोड़ते हुए ड्राइवर शीट में जा घुसी। उसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। इस मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से दीपक घायल हो गया। उसके बाद पुलिस ने घायल बदमाश को प्राथमिक उपचार दिलाकर जेल भेज दिया गया। एसीपी ने बताया इस गैंग में कुल चार शातिर अपराधी शामिल हैं, जिनका नेतृत्व दीपक करता है। मौके से तमंचे और कारतूस बरामद हुए हैं। दीपक पर गाजियाबाद के थाना नंदग्राम, कवि नगर, मधुबन बापूधाम समेत सात मुकदमे दर्ज है। जिसमें एक मुकदमा गैंगस्टर का भी है। दीपक के दो साथी पहले से जेल में है वहीं उसके एक बदमाश साथी रविंद्र को कवि नगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया नगर क्षेत्र में अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत कार्यवाही की जा रही है। यदि कोई अपराधी पुलिस पर फायरिंग करता है तो उसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई होती है। कानून पुलिस को इसकी इजाजत देता है, इस तरह के एनकाउंटर में पुलिसकर्मियों और अपराधियों दोनों के चोटिल होने और जान गंवाने का खतरा होता है। नगर क्षेत्र में अपराधियों का राज बिल्कुल भी नहीं चलने दिया जाएगा। अपराधियों की कमर तोडऩे के लिए आगे भी पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। नगर क्षेत्र को अपराध मुक्त बनाना पुलिस की प्रथम प्राथमिकता है।