एसआरएम इंस्टीट्यूट में रसायन विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया

वेलकम इंडिया
मोदीनगर। एसआरएम इंस्टीट्यूट में रसायन विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। विज्ञान और अनुसंधान को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक अहम कदम बढ़ाते हुए, एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, दिल्ली-एनसीआर कैंपस के रसायन विभाग ने अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन का विषय विकसित भारत 2047 रासायनिक एवं जैविक विज्ञान के माध्यम से अप्राप्त तक पहुंच (वीबीसीबी-2025) था, जो विज्ञान की ताकत से समाज के हर कोने तक विकास पहुंचाने के संकल्प को दशार्ता है। सम्मेलन की शुरूआत एक आध्यात्मिक माहौल में सरस्वती वंदना से हुई, जिसके बाद प्रो. (डॉ.) नवीन अहलावत (डीन – एसएंडएच एवं संयोजक, वीबीसीबी-2025) ने सभी प्रतिभागियों और गणमान्य अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने विज्ञान और अनुसंधान में इस तरह के मंचों की भूमिका पर जोर दिया। इसके बाद, प्रो. (डॉ.) धौम्या भट्ट (डीन – आईक्यूएसी) ने सम्मेलन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला, जबकि प्रो. (डॉ.) आर. पी. महापात्रा ने विशेष संबोधन में विज्ञान और शिक्षा के आपसी संबंधों को रेखांकित किया। सम्मेलन का प्रमुख आकर्षण जर्मनी के हम्बोल्ट- यूनिवर्सिटीट जू बर्लिन के प्रसिद्ध वैज्ञानिक प्रो. (डॉ.) क्रिस्टोफ एरेंज का संबोधन रहा, जिसमें उन्होंने रसायन विज्ञान में नवीनतम खोजों और उनकी सामाजिक उपयोगिता पर अपने विचार साझा किए। मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) दुलाल पांडा, एफएनए (निदेशक, राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, मोहाली) ने उद्घाटन भाषण में विज्ञान को आम जनता तक पहुंचाने और नवाचार को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।सम्मेलन के अंत में डॉ. गरिमा पांडेय (सहसंयोजक,वीबीसीबी-2025) ने सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजकों का आभार व्यक्त किया। यह सम्मेलन विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग, नवाचार और नई संभावनाओं के द्वार खोलने का एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुआ, जो आने वाले वर्षों में भारतीय वैज्ञानिक जगत को और सशक्त बनाएगा। इस सम्मेलन में 500 से अधिक प्रतिनिधियों ने अपने शोध प्रस्तुत किएह्ण जिसमें से 10 सर्वश्रेष्ठ पोस्टर और सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार दिया गए ह्ण यह सम्मेलन एएनआरएफ और सीएसआईआर द्वारा वित्तपोषित और एसीएस, आरएससी, थिएम, स्प्रिंगर और उवसार इंडिया द्वारा प्रायोजित किया गया ह्ण इस अंतराष्ट्रीय सम्मेलन को सफल बनाने में डॉ रवि, डॉ करिश्मा, डॉ भावना, डॉ अमिया , डॉ प्प्रियंका, डॉ पल्लवी एवं रसायन विज्ञान विभाग के सभी शिक्षक गणों का सराहनीय योगदान रहा ह्ण समारोह के समापन पर, हम एसआरएम आईएसटी के निर्देशक डॉ. एस. विश्वनाथन, डीन डॉ. आर.पी. महापात्रा ,डीन साइंस एंड ह्यूमैनिटीज डॉ॰ नवीन अहलावत ,डीन आईक्यूएसी डॉ धौम्या भट्ट सह संयोजक डॉ. गरिमा पांडेय का हार्दिक धन्यवाद करते हैं। उनके मार्गदर्शन और प्रेरक संदेश ने इस आयोजन को सफल और प्रेरणादायक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।