इंडोनेशिया में अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक सम्मेलन

वेलकम इंडिया
नई दिल्ली। आईजीबी सुग्रीव स्टेट हिंदू यूनिवर्सिटी बाली,इंडोनेशिया एवं यायासन धर्म स्थापनम संस्था, इंडोनेशिया के सयुक्त तत्वावधान में इंडोनेशिया में अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक सम्मेलन आयोजित हुआ। अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक सम्मेलन में विदेशों में रामायण का प्रभाव और प्रासंगिकता विषय पर विशिष्ट वक्ता के रूप में बोलते हुवे प्रसिद्ध समाजसेवी, एवं अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति यूएसए के संयोजक डॉ.इंद्रजीत शर्मा ने कहा कि रामायण भारतीय साहित्य का प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक ग्रन्थ है। मयार्दा पुरूषोतम भगवान श्री राम के अद्भुत व प्रेरणादायक जीवन चरित्र आमजन के मन मस्तिष्क पर अमिट प्रभाव छोड़ता है। रामायण का प्रभाव थाईलैंड,कंबोडिया,इंडोनेशिया, फिलीपींस में प्रभाव देखा जा सकता है।डॉक्टर इंद्रजीत शर्मा ने कहा रामायण ऐसा विशिष्ठ ग्रन्थ है जो भारतीय साहित्य में ही नहीं बल्कि विश्व साहित्य में भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस अवसर पर रबींद्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, भोपाल द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी ओलंपियाड 2025 के पोस्टर का लोकार्पण कुलाधिपति प्रो. डॉ. गुस्ती नमुराह सुदीयाना , यायासन धर्म स्थापनम् के प्रमुख आचार्य डॉ. ई.मादे धर्मेयश, अंतरराष्ट्रीय हिंदी समिति यूएसए के संयोजक डॉ. इंद्रजीत शर्मा, टैगोर अंतरराष्ट्रीय हिंदी केंद्र के निदेशक डॉ.जवाहर कर्नावट, मणिबेन नानावटी महाविद्यालय, मुंबई के हिंदी विभागाध्यक्ष रविंद्र कात्यायन के कर कमलों से हुआ। कार्यक्रम में इंडोनेशिया – भारत के अनेक प्रबुद्धजन , विद्वान और बाली स्थित विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।