महाकुंभ में संतों का विरोध: गुरपतवंत सिंह पन्नू का पोस्टर जलाया

प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा धमकी दिए जाने के बाद संत समाज ने आक्रोश व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। अयोध्या से आए तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य के शिविर में संतों ने पन्नू का पोस्टर जलाकर अपना रोष प्रकट किया।
नए साल की पूर्व संध्या पर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने भगवाधारी संतों के साथ मिलकर पन्नू के पोस्टर को जलाया। इस दौरान उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि संत समाज में इतनी शक्ति है कि वे आतंकियों का सामना और खात्मा करने में सक्षम हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संतों को देश की सुरक्षा एजेंसियों पर पूरा भरोसा है और यह प्रतीकात्मक विरोध केवल आतंकी पन्नू को चुनौती देने के लिए किया गया है।
जगतगुरु परमहंस आचार्य ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जो अब व्यापक रूप से वायरल हो रहा है। पोस्टर जलाने के बाद वे अयोध्या लौट गए, लेकिन उन्होंने घोषणा की कि महाकुंभ के आरंभ से पहले वे दोबारा प्रयागराज आएंगे।
इस मामले पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने भी पन्नू की धमकी को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “अगर पन्नू जैसा कोई व्यक्ति महाकुंभ में आया तो उसे खदेड़ दिया जाएगा। यह महाकुंभ का मेला सिख और हिंदू एकता का प्रतीक है। पन्नू की विभाजनकारी बातें स्वीकार्य नहीं हैं।”
ज्ञात हो कि हाल ही में गुरपतवंत सिंह पन्नू ने महाकुंभ को निशाना बनाने की धमकी देते हुए एक वीडियो जारी किया था, जिस पर संत समाज ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एकता और सुरक्षा का संदेश दिया है।