वाराणसी और पूर्वांचल में ठंड का कहर: शीतलहर से जनजीवन प्रभावित

वाराणसी और पूर्वांचल इन दिनों कड़ाके की ठंड की चपेट में हैं। शीतलहर और गलन के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ग्रामीण इलाकों में ठंड का असर और भी ज्यादा महसूस किया जा रहा है। नई साल के आगमन के साथ ही क्षेत्र में तापमान में भारी गिरावट देखी गई है, जिससे लोग ठंड से बचने के लिए अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं।
दिनभर ठंड का एहसास
31 दिसंबर के बाद से वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल में ठंड बढ़ती जा रही है। हल्की धूप केवल दोपहर में थोड़े समय के लिए दिखाई देती है, लेकिन इसके बाद ठंडी हवाएं और कोहरा लोगों की परेशानी को और बढ़ा देता है। ठंड से बचने के लिए ज्यादातर लोग घरों में रहने को मजबूर हैं।
तापमान में भारी गिरावट
मौसम विभाग (आईएमडी) की रिपोर्ट के अनुसार, 2 जनवरी को वाराणसी का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, 3 जनवरी को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग ने आगामी सप्ताह तक शीतलहर और कोहरे की स्थिति बने रहने का अनुमान लगाया है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे और ठंड का प्रभाव बना रहेगा। वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल में लोग ठंड से जूझ रहे हैं, और स्थिति में सुधार की फिलहाल कोई संभावना नहीं दिख रही।
शीतलहर और कोहरे के कारण ट्रैफिक और रेल यातायात भी प्रभावित हो रहा है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और ठंड से बचने के लिए आवश्यक उपाय करने की सलाह दी है।