
नई दिल्ली। पत्र में लिखा गया है कि हितधारकों द्वारा उठाए गए इन मुद्दों को समग्र तरीके से संबोधित करने के लिए जेपीसी द्वारा एक व्यापक अध्ययन की अनिवार्य रूप से आवश्यकता है। वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्यों ने माननीय अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र सौंपा है, जिसमें उनसे यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया गया है कि जेपीसी अध्यक्ष पारदर्शी और निष्पक्ष रूप से कार्यवाही संचालित करें। पत्र में कहा गया है कि आज सुबह 11 बजे जब बैठक शुरू हुई तो हम विपक्ष के सदस्यों ने सभापति के कामकाज के संचालन के तरीके के खिलाफ पूरे सम्मान के साथ अपनी आवाज उठाई। हमने नियमों में विचारित उचित प्रक्रिया की अनदेखी करके जेपीसी के कामकाज के एकतरफा और अनुचित तरीके पर प्रकाश डाला। विपक्षी सांसदों ने दावा किया कि यह सम्मानपूर्वक प्रस्तुत किया गया है कि चूंकि 24 और 25 तारीख को बैठक के लिए निर्धारित नोटिस दिया गया था, इसलिए हम सदस्यों ने 31 तारीख को संसद सत्र शुरू होने के कारण 27 से 30 तारीख तक निर्वाचन क्षेत्र/राज्यों में अपने कार्यक्रम तैयार किए और इस तरह 27वीं बैठक को स्थगित करने के लिए प्रार्थना की। जबकि हमने इन उचित दावों को सभ्य तरीके से अध्यक्ष के सामने रखा, लेकिन उन्होंने जवाब देने का प्रयास भी नहीं किया। जैसा कि हम सभी ने अपमानित महसूस किया, हम खड़े हुए और अपनी मांगों को सुनने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाई।