नौकरी के दो दिन बाद ड्राइवर ने कार से चोरी किए 10 लाख रुपये, चालक व उसका जीजा गिरफ्तार

गाजियाबाद। स्टील व्यापारी की कार से 10 लाख रुपये की चोरी करने वाले शातिर ड्राइवर व उसके जीजा को कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एक सप्ताह पूर्व ही व्यापारी ने एप के जरिये चालक को अपने पास 15,000 रुपए मासिक वेतन पर रखा था।
कविनगर थाने में चोरी की घटना का खुलासा करते हुए एसीपी कविनगर स्वतंत्र कुमार सिंह ने एसएचओ योगेन्द्र मलिक की मौजूदगी में बताया राजनगर सेक्टर-पांच निवासी राकेश कुमार मित्तल ने ऐप के जरिये अभिषेक मिश्रा को चालक की नौकरी पर रखा था। उसने ऐप पर अपना ड्राइविंग लाइसेंस और आधार कार्ड भेजा था। नौकरी पर रखने के बाद वह 29 जनवरी को काम पर आया था। उसके साथ सुनील तिवारी नाम का व्यक्ति भी आया था। उन्होंने दोनों को पुलिस वेरिफिकेशन कराकर लाने की बात कहते हुए भेज दिया था। चार फरवरी की सुबह को चालक अभिषेक मिश्रा अपने साथी सुनील के साथ आया। उन्होंने सुनील को वापस भेज दिया तथा वह अभिषेक मिश्रा को गाड़ी पर लेकर साकेत दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल ले गए। पत्नी का अस्पताल में उपचार कराने के लिए उन्होंने रास्ते में पडऩे वाले अपने होटल से 10 लाख रुपये लिए और उन्हें सीट के नीचे रख दिया। रात करीब सवा नौ बजे वह अपनी बेटी के साथ ऊपर चले गए। इसी दौरान अभिषेक मिश्रा गाड़ी में रखे दस लाख रुपये और स्कूटी लेकर फरार हो गया था। पीडि़त की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कवि नगर पुलिस ने शाहजहांपुर के रहने वाले ड्राइवर अभिषेक मिश्रा और उसके जीजा सुनील तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से 8.89 लाख रुपए नकद, एक एक्टिवा स्कूटी और नागालैंड का बना ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया है। एसीपी के अनुसार, पुलिस ने स्थानीय सूचनाओं, सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर नेटवर्क की मदद से दोनों आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की। पुलिस के मुताबिक अभिषेक का लाइसेंस नागालैंड का बना हुआ है उसकी भी जांच कराई जा रही है। इसके अलावा पुलिस पूछताछ में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है कि स्टील कारोबारी ने अपने ड्राइवर को रखने के बाद उसका पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था। कोई भी ड्राइवर रखने से पहले उसका पुलिस वेरिफिकेशन बेहद जरुरी है।