विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित

वेलकम इंडिया
गाजियाबाद।विश्व पशु चिकित्सा दिवस के अवसर पर दुगार्देवी सभागार विकास भवन गाजियाबाद में आयोजित पशुओ से मनुष्यों में फैलने वाली जूनोटिक बीमारियों के प्रति वेट्स क्लब गाजियाबाद एवं आॅरिन्को हेल्थ केयर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर बीमारियों से बचाव के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम में पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, वन विभाग, जिला पंचायत विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, नगर विकास विभाग के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी महोदय ने किया और वेट्स क्लब, पशुपालन विभाग के संयुक्त सहयोग से आयोजित कार्यक्रम की सराहना की। डॉक्टर डीपी सिंह ने वन हेल्थ कॉन्सेप्ट के ऊपर अपने विचार रखें जो आज की तारीख में बहुत ही प्रासंगिक है। बिना वन हेल्थ कांसेप्ट को अपनाये हम संपूर्ण पृथ्वी पर मनुष्य, पशु पक्षी, पेड़ पौधों एवं पर्यावरण को सुरक्षित और बीमारी मुक्त नहीं कर सकते हैं। बायोमेड कम्पनी के सीईओ डा0एस पी गर्ग, ओरिन्को फार्मा के एमडी डा0अभय कुमार भट्टाचार्य ने भी विभिन्न जूनोटिक बीमारियों के फैलने के तरीके तथा बचाव के उपाय की जानकारी दी। डा0डी पी सिंह ने कहा कि पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग,वन विभाग और पर्यावरण विभाग संयुक्त प्रयास से बीमारियों के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण सम्भव है। यही विश्व पशुचिकित्सा स्वास्थ संगठन का वन हैल्थ कॉनसेप्ट है जिसे सरकार ने 2020 में लागू किया था लेकिन प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। बीमारियां पशुओं से मनुष्य में, मनुष्य से पेड़ पौधों, जंगली पशु पक्षियों में, तथा एक दूसरे में संचरण करती है। इसलिए केवल स्वास्थ्य विभाग अथवा पशुपालन विभाग बीमारियों को समूल समाप्त नही कर पाते है। सामूहिक प्रयास ही काफी हद तक बीमारियों को समाप्त करेगा। कार्यक्रम में पधारे पशु पालन विभाग के अपर निदेशक मेरठ मंडल डॉ0मनोज अग्रवाल ने भी प्रतिभाग किया और विश्व पशुचिकित्सा दिवस के अवसर पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को सराहा। मुख्य विकास अधिकारी ने अपने संबोधन में पशुपालन, स्वास्थ्य, नगर विकास विभाग, कृषि विभाग, ग्राम्य विकास विभाग द्वारा सम्मिलित प्रयास कर बीमारियों के नियंत्रण हेतु आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की सराहना की तथा भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। जूनोटिक बीमारियों के नियंत्रण के लिए सोशल मीडिया, गोष्ठियों समाचार पत्रों के माध्यम से आम जनता तक महत्वपूर्ण जानकारी को पहचाने का सुझाव दिया तथा कहा कि अपने आंकड़े भी आपस मे शेयर करें जिससे समस्याओं का निराकरण में अन्य संबंधित विभाग सहयोग कर सके। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ एस पी पाण्डेय ने मुख्य विकास अधिकारी एवं सभी आगंतुकों, वरिष्ठ पशुचिकित्सा विदों, फार्मास्युटिकल कंपनी के अधिकारियों, वेट्स क्लब के सदस्यों, पशुचिकित्सा अधिकारियों, अधिशासी अधिकारियों, खण्ड विकास अधिकारियों, जिला पंचायत राज अधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, अपर मुख्यचिकित्सा अधिकारी, पशुचिकित्सा कल्याण अधिकारी आदि सभी अधिकारियों को धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया।