बुग़रासी चौकी पुलिस व वन विभाग की मिलीभगत से दिन दहाड़े काटे आधा दर्जन हरे भरे पेड़

बुकलाना में लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद, दिन दहाड़े काटे आधा दर्जन प्रतिबंधित हरे भरे पेड़
बुलंदशहर : भले ही उत्तर प्रदेश सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर वृक्षारोपण के बड़े बड़े अभियान चला रही हो, वहीं दूसरी ओर बुग़रासी चौकी क्षेत्र के गांव बुकलाना में लकड़ी माफियाओं के हौसले चौंका देने वाले हैं। वन विभाग की मिलीभगत से लकड़ी माफियाओं ने बेखौफ होकर जामुन , नीम, तुन, सहित आधा दर्जन प्रतिबंधित हरे भरे पेड़ों की कटाई शुरू कर दी है। बुकलाना में ब्रष्पतिवार को लकड़ी माफियाओं ने आधा दर्जन प्रतिबंधित पेड़ो को दिन दहाड़े काट डाला। केवल इतना ही नहीं पेड़ो को जड़ से उखाड़ कर मिटा दिया गया। ताकि किसी को भनक तक न लगे। लकड़ी माफिया बेखौफ होकर प्रतिबंधित हरे भरे पेड़ो को काटकर अपने ट्रैक्टर ट्रॉली में लाद कर ले गए। अफसोस की बात यह है कि वन विभाग को इस घटना की कोई जानकारी होने के बाद भी आंखें मूंद रखी हैं।जब क्षेत्रीय वन निरीक्षक से संपर्क किया गया। तो उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित पेड़ो की जुर्माने की रसीद काट दी गई है।लेकिन सवाल यह उठता है कि जब वन विभाग और स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के चलते लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, तो कारवाई कब होगी? इस मामले ने पर्यावरण प्रेमियों और स्थानीय निवासियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि जब अधिकारियों की नाक के नीचे ये सब हो रहा है, तब पर्यावरण की सुरक्षा और वृक्षारोपण अभियान के सच्चे उद्देश्य को हासिल करना मुश्किल है।
वर्जन: मामला संज्ञान में है जांच कराकर प्रतिबंधित पेड़ो के जुर्माने की रसीद काट दी गई है। वन रक्षक लोकेश कुमार