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कलम के सिपाहियों ने चुना अपना नया सेनापति

वेलकम इंडिया

वाराणसी! हर शब्द की अहमियत जानने वाले, ग्रामीण सच्चाइयों को आवाज देने वाले पत्रकारों ने रविवार को सिर्फ एक चुनाव नहीं, एक नई राह चुनी।वाराणसी के तेलियाबाग स्थित पटेल धर्मशाला में यह महज एक संगठनात्मक प्रक्रिया नहीं थी, यह उस भरोसे का उत्सव था, जो संगठन के प्रति समर्पित लोगों पर जताया गया।ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की प्रदेश कार्यकारिणी के चुनाव में महेंद्र नाथ सिंह को भारी मतों से जीत मिली। वे अब उत्तर प्रदेश के नए प्रदेश अध्यक्ष हैं। उन्होंने वर्तमान अध्यक्ष सौरभ कुमार को 71 मतों के अंतर से हराया।रविवार को सुबह 9 बजे चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। नामांकन, नाम वापसी और पर्चों की जांच के बाद दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक मतदान कराया गया। कुल 310 मतों में से 254 मत पड़े। परिणामों में महेंद्र नाथ सिंह को 171 और सौरभ कुमार को 100 मत मिले। यह आंकड़े नहीं, एक संदेश थे— ईमानदारी, संघर्ष और निरंतर सेवा का प्रतिफल।संगठन के अन्य स्तंभों की भी घोषणा हुई उपाध्यक्ष पद पर कैप्टन वीरेंद्र सिंह, रामनरेश चौहान और ओमप्रकाश द्विवेदी निर्वाचित हुए।महामंत्री पद पर डॉ. संजय कुमार द्विवेदी, केजी गुप्ता और नरेश पाल सिंह का चयन हुआ।अन्य पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ, जिसमें प्रदेश सचिव बने नागेश्वर सिंह, आॅडिटर चुने गए हौसिला प्रसाद त्रिपाठी, और संगठन मंत्री बने अजय भाटिया।कार्यकारिणी में 5 सदस्य निर्विरोध चुने गए, जिनमें सहयोग और संगठन के लिए समर्पित चेहरे शामिल हैं।इस ऐतिहासिक चुनाव को सफलतापूर्वक संपन्न कराने का श्रेय जाता है निर्वाचन अधिकारी डॉ. केएन राय और हरिद्वार राय को, जिन्होंने पूरे चुनाव को पूरी पारदर्शिता और गरिमा के साथ संपन्न कराया। इस अवसर पर प्रदेश भर के 60 जिलों से आए जिलाध्यक्षों व पदाधिकारियों की मौजूदगी ने इस आयोजन को एक आंदोलन का रूप दिया।मंडलाध्यक्ष गोरखपुर जेपी गोविंद राव, आलोक तनेजा, अतुल कपूर, विपिन शाही, वीरभद्र प्रताप सिंह, पौहारी शरण राय, शैलेन्द्र सिंह, गजेंद्र सिंह, पंधारी वर्मा, संजय गुप्ता, सुधाकर मिश्रा, प्रफुल्ल चंद्र त्रिपाठी, प्रवीण यादव, विजय शंकर चौबे, गुड्डू हाशमी, चंद्रप्रकाश सिंह, अनुराग जायसवाल समेत कई प्रमुख चेहरे मौजूद रहे।कार्यक्रम के अंत में जिलाध्यक्ष वाराणसी राजकुमार तिवारी ने सभी सदस्यों और पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया और कहा, यह संगठन परिवार है, यहाँ पद नहीं, परिश्रम बोलता है। महेंद्र नाथ सिंह की जीत हम सबकी है—हमारी पत्रकारिता की है।

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