
नई दिल्ली। राहुल गांधी ने कहा कि मैं जानना चाहता था कि इस देश में किसकी कितनी हिस्सेदारी है और क्या यह देश सही मायने में आदिवासी, दलित और पिछड़े समुदायों का सम्मान करता है। पीएम नरेंद्र मोदी और आरएसएस ने जाति जनगणना से साफ इनकार कर दिया क्योंकि वे नहीं चाहते कि इस देश में अल्पसंख्यकों को कितना हिस्सा मिलता है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज फिर कहा है कि सरकार बनी तो जाति जनगणना पर कानून बनाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का हिंदुस्तान की सभी संस्थाओं पर अतिक्रमण हो गया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि गांधी की विचारधारा और संघ की विचारधारा में फर्क है। राहुल ने दावा किया कि कांग्रेस ही आरएसएस और भाजपा को हराएगी। उन्होंने दावा किया कि नया वक्फ एक्ट धार्मिक स्वतंत्रतासंविधान पर हमला है। उन्होंने कहा कि हमने तेलंगाना में जाति जनगणना का क्रांतिकारी कदम उठाया। उससे कुछ महीने पहले, मैंने संसद में पीएम नरेंद्र मोदी से पूछा था कि हमें देश में जाति जनगणना करवानी चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि मैं जानना चाहता था कि इस देश में किसकी कितनी हिस्सेदारी है और क्या यह देश सही मायने में आदिवासी, दलित और पिछड़े समुदायों का सम्मान करता है। पीएम नरेंद्र मोदी और आरएसएस ने जाति जनगणना से साफ इनकार कर दिया क्योंकि वे नहीं चाहते कि इस देश में अल्पसंख्यकों को कितना हिस्सा मिलता है। मैंने उनसे कहा कि हम संसद में आपके सामने ही जाति जनगणना कानून पारित करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने इंदिरा गांधी जी से सवाल पूछा था कि आपके दुनिया में न रहने पर लोगों को आपके बारे में क्या बोलना और सोचना चाहिए। इसके बाद राहुल के मुताबिक इंदिरा गांधी ने कहा था कि राहुल, मैं सिर्फ अपना काम करती हूं। मेरे न रहने पर लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं, उसकी परवाह मुझे नहीं है। मेरा फोकस सिर्फ अपने काम पर है। मेरे न रहने पर दुनिया अगर मुझे भूल भी जाए तो मुझे मंजूर है, क्योंकि मैंने अपना काम सही तरीके से किया है। यही मेरी भी सोच है कि लोग क्या सोचते हैं, उससे मुझे फर्क नहीं पड़ता।