बजट की कमी से अटकीसंयुक्त अस्पताल की लिफ्ट

वेलकम इंडिया
गाजियाबाद। संयुक्त अस्पताल की लिफ्ट बजट की कमी की वजह से शुरू नहीं हो पा रही। इस कारण मरीजों को सीढियों और रैंप से होकर वार्ड और जांच के लिए ऊपरी मंजिलों पर जाना पड़ रहा। पिछले आठ साल से अस्पताल की लिफ्ट बंद पड़ी है। संजयनगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल का शुभारंभसाल 2008 में हुआ था। साल 2016 में 12 लाख रुपये से लिफ्ट लगी, लेकिन आठ साल में शुरू नहीं हो सकी। मरीजों की समस्या को देखते हुए सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन के निर्देश पर लिफ्ट शुरू करने के लिए निजी फर्म से संपर्क किया गया है। उसके इंजीनियरों ने लिफ्ट को शुरू करने की कोशिश की तो गेट लॉक पाए गए। इसमें सुधार पर दो लाख रुपये खर्च होंगे, लेकिन बजट की कमी से काम नहीं हो पा रहा। अस्पताल में प्रथम तल पर नेत्र रोग, नाक-कान और गला रोग, फिजियोथैरेपी, आयुर्वेद के अलावा पैथोलॉजी लैब, आॅर्थों और सर्जरी के वार्ड हैं। जबकि दूसरे तल पर मेडिकल वार्ड, डेंगू वार्ड और नेत्र वार्ड बना है। सबसे निचले तल पर ओपीडी के अलावा सीटी स्कैन सेंटर, एक्स-रे रूम और एंटी रैबीज क्लीनिक बना है। अस्पताल में खून की जांच और नेत्र रोग की ओपीडी में आने वाले बुजुर्ग मरीजों को ऊपर चढे में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ओपीडी के सामने ट्रामा सेंटर हैं। जहां मरीजों को भर्ती किया जाता है। पांच से छह घंटे की निगरानी के बाद इन मरीजों को वार्ड में शिफ्ट किया जाता है।