जीडीए के ध्वस्तीकरण के बाद फिर शुरू किया अवैध निर्माण

गाजियाबाद। जीडीए उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अनाधिकृत कॉलोनियों और अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की सख्ती जारी है। मगर इस सख्ती के बाद भी बहुत जगह अवैध कॉलोनियों में प्लॉट काटे जा रहे है। ऐसा ही मामला जीडीए प्रवर्तन जोन-3 क्षेत्र अंतर्गत सिटी पार्क के बराबर में वीरेंद्र उर्फ लल्लू गुर्जर पुत्र अमरपाल द्वारा सूर्या गार्डन के सामने करीब 22 बीघा जमीन में अनाधिकृत रूप से कॉलोनी काटी जा रही है। इसमें जीडीए प्रवर्तन टीम ने चार दिन पहले ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की थी। मगर फिर से इस अनाधिकृत कॉलोनी में विद्युत पोल खड़े कर प्लॉट की बाउंड्रीवाल का निर्माण शुरू कर दिया गया। इस संबंध में जीडीए अधिकारियों को मौके के फोटो भी भेजे गए हैं।लल्लू गुर्जर ने इस अवैध कॉलोनी में बिजली के खंभे खड़ा करा दिए। जीडीए उपाध्यक्ष के आदेश के क्रम में जीडीए प्रवर्तन जोन-3 के प्रभारी अधिशासी अभियंता योगेश पटेल के नेतृत्व में सहायक अभियंता अनिल शर्मा,अवर अभियंता राजेंद्र सिंह व जीडीए पुलिस और मधुबन-बापूधाम थाना पुलिस की मौजूदगी में 22 बीघा जमीन में काटी जा रही इस अनाधिकृत कॉलोनी में बुलडोजर चलाकर बिजली के पोल,भूखंडों की बाउंड्रीवाल को ध्वस्त कर दिया था। जीडीए प्रवर्तन जोन-3 के प्रभारी योगेश पटेल ने बताया कि सिटी पार्क के बराबर में सूर्या गार्डन के सामने वीरेंद्र उर्फ लल्लू गूर्जर द्वारा लगभग 22 बीघा जमीन में अनाधिकृत कॉलोनी काटी जा रही है। इस अनाधिकृत कॉलोनी में भूखंडों की बाउंड्रीवाल, इंटरलॉकिंग सड़क,विद्युत पोल आदि को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। अगर अनाधिकृत कॉलोनी में फिर से निर्माण शुरू किया गया है तो जल्द ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। संज्ञान में आया है कि लल्लू गूर्जर द्वारा काटी जा रही अनाधिकृत कॉलोनी में जीडीए के दो उच्चाधिकारियों द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं किए जाने की इंजीनियरों पर दबाव रहता है। इसलिए इस अवैध कॉलोनी में बिजली के खंभे भी शिकायत करने के बाद भी लगवा दिए गए थे। जीडीए प्रवर्तन टीम की इस ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान कॉलोनाइजर और निर्माणकतार्ओं ने जमकर विरोध किया। मगर पुलिस बल ने उन्हें नियंत्रित करते हुए वहां से भगा दिया। मौके पर उपस्थित लोगों से यह भी अपील की गई कि अनाधिकृत रूप से काटी जा रही कॉलोनी में भूखंडों का क्रय-विक्रय न करें। अनाधिकृत कॉलोनी व अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।