महाकुंभ में भूमि दावों पर बीजेपी का रजवी पर हमला

उत्तर प्रदेश, प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 को लेकर मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने एक बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में उपयोग में लाई जा रही 55 बीघा भूमि वक्फ की संपत्ति है। इस पर अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अल्पसंख्यक मोर्चा इकाई की ओर से प्रतिक्रिया आई है। इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने इसे सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश बताया।
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने रविवार को एक बयान जारी करते हुए दावा किया कि महाकुंभ स्थल पर जो जमीन पर शामियाने और तंबू लगाए गए हैं, वह वक्फ संपत्ति है और यह जमीन मुसलमानों की है। उन्होंने कहा कि इस जमीन का कुल क्षेत्रफल लगभग 54 बीघा है। रज़वी ने आगे कहा कि मुसलमानों ने हमेशा सहनशीलता और दरियादिली का प्रदर्शन किया है, जिसका उदाहरण महाकुंभ में शामिल होकर भी कोई आपत्ति न उठाने से मिलता है।
मौलाना ने यह भी कहा कि अखाड़ा परिषद और अन्य बाबाओं ने मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगाई है, लेकिन मुसलमानों ने बिना कोई आपत्ति किए मेले की तैयारियों में सहयोग दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि वक्फ की 55 बीघा जमीन पर मेला लग रहा है और फिर भी मुसलमानों को वहां दुकानें लगाने से रोका जा रहा है।
इस मुद्दे पर बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान केवल कुछ लोगों द्वारा सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए दिए जाते हैं, और ऐसे दावों का कोई ठोस आधार नहीं है।