यूनाइटेड संघ और बंगलादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर हिंदूवादी संगठन आक्रोशित

जिला मुख्यालय में जनाक्रोश रैली निकालकर अंतरराष्ट्रीय संगठन से बंग्लादेश के खिलाफ कार्रवाई की उठाई मांग
बागेश्वर,गोविन्द मेहता, बंग्लादेश में रहने वाले हिन्दू संगठनों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों ने नाराजगी जताते हुए अंतराष्ट्रीय संगठन यूनेस्को से हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर कार्रवाई और हिन्दुओ के साथ भेदभाव और जबरन अत्याचार करने वाले विशेष धर्म सम्प्रदाय और हिंदुओं के खिलाफ घृणित भाव रखने वाले हिन्दू विरोधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, बंग्लादेश में रहने वाले हिंदुओ को समानता के आधार पर समान नागरिकता के तहत उचित संवैधानिक व्यवस्था का अधिकार दिलाने,और कट्टर मानसिकता की सोच रखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों और आमजनता में हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ जिला मुख्यालय में सैकड़ों हिंदू संगठन से जुड़े कार्यकर्ता,और महिलाएं बंग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले के खिलाफ सड़कों पर उतरे।और बंग्लादेश सरकार और मुस्लिम कट्टरपंथी सोच रखकर जानबूझकर बंग्लादेश में हिंदुओं के साथ हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ अंर्तराष्ट्रीय संगठन यूनेस्को को ऐसे विरोधी मानसिकता की सोच रखकर विशेष धर्म आधारित हिंदुओं को अपमानित कर उन्हें प्रताड़ित कर हिन्दू परिवारों पर जबरन अत्याचार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई और मामले में अब तक ऐसे धर्मविरोधी मानसिकता करने वालों पर कोई कार्रवाई नही होने पर नाराजगी जताई।और हिंदूवादी संगठनों ने जिला मुख्यालय में एकत्र होकर बंग्लादेश के खिलाफ जनाक्रोश रैली और प्रदर्शन कर विरोध जताते हुए तहसील परिसर में एकत्रित होकर नारेबाजी कर हिंदुओ पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने की मांग को लेकर तहसीलदार के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। भेजे गए छः सूत्रीय ज्ञापन में भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने, बांग्लादेश सरकार द्वारा धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने,संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्वतंत्र जॉच आयोग का गठन,संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) और अन्य अन्तराष्ट्रीय निकायों द्वारा एक स्वतंत्र जाँच आयोग गठित कर हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष और विस्तृत जांच कर अपराधियों पर कठोर कार्यवाई की मांग,हिन्दू परिवारों को पुनर्वास और मुआवजा दिलाने,हिंसा और उत्पीड़न से प्रभावित अल्पसंख्यक समुदायों के पुर्नवास के लिए बाग्लादेश सरकार को विशेष योजनाएँ बनाकर हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजा देने की व्यवस्था,महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा,कट्टरपंथियों द्वारा जबरन धर्मांतरण, अपहरण एवं हिंसा को रोकने के लिए कदम उठाने,महिला एवं बाल दमन निवारण अधिनियम (2000) और अन्य प्रसांगिक कानूनों को कठोरता से पालन करने की मांग का ज्ञापन भेजा।देवभूमि रक्षा मंच के संयोजक सुंदर बोरोलिया,स्थानीय विधायक पार्वती दास,भरत सिंह,हिन्दू सनातनी किशन सिंह दानू,भाजपा जिलाध्यक्ष इंद्र सिंह फ़र्श्वाण, जिला महामंत्री संजय परिहार और घनश्याम जोशी, आशीष धपोला, नितिन जोशी, भूपेंद्र जोशी, बलवंत सिंह खेतवाल, हरीश सोनी, विजय परिहार, इंद्र सिंह फर्स्वाण, सुरेश कांडपाल, राजेन्द्र परिहार, उमा गुरानी, दीपा आर्या,जीवंती कांडपाल, सुनीता टम्टा,सहित सैकड़ों हिन्दू कार्यकर्ता मौजूद थे।