पिछले एक साल से विपक्षी पार्टियां इमरान खान से इस्तीफे की मांग कर रही हैं
बिलावल ने कहा- इमरान को समझ जाना चाहिए कि पद छोड़ने का समय आ गया है
27 अक्टूबर को कराची से शुरू हुए आजादी मार्च को देश की चार विपक्षी पार्टियों का समर्थन हासिल है
इस्लामाबाद. पाकिस्तान पिपुल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो ने शुक्रवार को पेशावर में विपक्षी पार्टियों द्वारा निकाले जा रहे सरकार विरोधी आजादी मार्च में हिस्सा लिया। बिलावल ने इस मौके पर लोगों से कहा, ‘‘हम किसी भी चयनकर्ता या तानाशाह के आगे झुकने के लिए तैयार नहीं हैं। सत्ता का केंद्र जनता है, सरकार नहीं।’’ उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को कठपुतली बताया।
बिलावल ने कहा, ‘‘सभी विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री को यह संदेश देने के लिए एक मंच पर जुटी हैं कि उनके पद छोड़ने का समय आ गया है।’’ पाकिस्तान में करीब एक साल से इमरान का विरोध हो रहा है। विपक्षी पार्टियां उनके इस्तीफे की मांग कर रही हैं। हालांकि, इमरान ने स्पष्ट कर दिया है कि वे प्रधानमंत्री पद नहीं छोड़ेंगे।
न्यूज एजेंसी के अनुसार आजादी मार्च को जमीयत उलेमा-ए- इस्लाम फज्ल (जेयूआईएफ), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और आवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) ने समर्थन दिया है। यह रैली 27 अक्टूबर को जेयूआईएफ के अध्यक्ष फजलुर रहमान ने कराची से शुरू की थी। इसे पाकिस्तान का अब तक का सबसे बड़ा सरकार विरोधी प्रदर्शन माना जा रहा है।
2014 में शरीफ की सरकार का विरोध हुआ
था
2014 में नवाज
शरीफ की अगुआई वाली सरकार के खिलाफ भी ऐसा ही प्रदर्शन हुआ था, जिसे धरना नाम दिया गया था। तब
उसकी अगुआई इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने की थी। इमरान ने
तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर 2013 के आम चुनाव में गड़बड़ी करने का
आरोप लगाया था।